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तेजी पर सवार शेयर

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विख्‍यात तकनीकी विश्‍लेषक हितेंद्र वासुदेव से वाह मनी ने बात की और यह जानना चाहा कि निवेशक किन कंपनियों में डिलीवरी बेस खरीद कर भविष्‍य में मुनाफा कमा सकते हैं। वासुदेव की नजर में जिन कंपनियों में डिलीवरी लेकर निकट भविष्‍य में लाभ कमाया जा सकता हैं, वे हैं : जेके टायर पावर फाइनेंस कोलगेट आइडिया सेलुलर यूबी इंजीनियरिंग पेंटालून रिटेल जीएसएफसी वोल्‍टास एबीबी वोलटाम ट्रांसफार्मर रिलायंस नैचुरल रिसोर्स

लॉयड इलेक्ट्रिक पर लगाया जा सकता है दांव

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लॉयड इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग कंडेंसर क्‍वॉइल में अगुआ कंपनी है जो देश में सभी प्रमुख रुम एसी निर्माताओं को इसकी आपूर्ति करती है। साथ ही यह मध्‍य पूर्व और दक्षिण पूर्वी देशों को इसका निर्यात भी करती है। कंपनी के तीन उत्‍पादक संयंत्र है जिनमें से एक राजस्‍थान के अलवर, दूसरा हिमाचल प्रदेश के काला अम्‍ब और तीसरा उत्‍तरांचल के देहरादून में है। अलवर संयंत्र में कंडेंसर और इवार्पोटोर क्‍वाइल्‍स छह उत्‍पादक लाइनों के साथ उत्‍पादन किया जाता है। काला अम्‍ब में दो उत्‍पादक लाइनों के साथ कंडेंसर क्‍वाइल्‍स का उत्‍पादन किया जाता है। कंपनी एसी ओईएम खिलाडि़यों के लिए रुम एसी का भी उत्‍पादन करती है। कंपनी का देहरादून संयंत्र शुरू होने के बाद इसके कार्य प्रदर्शन में बेहतर स्थिति देखने को मिल रही है जिसकी वजह से वर्ष 2007 में ऑपरेटिंग मार्जिन में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। एक नजर में देखा जाए तो लॉयड इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग के शेयरों को मध्‍यम से लंबी अवधि के निवेश के लिए खरीदा जा सकता है। चालू वित्‍त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की शुद्ध बिक्री 17.67 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 12.45 करोड़

होंडा सिएल में है पावर मनी

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होंडा मोटर कंपनी जापान की सब्सि‍डियरी होंडा सिएल पावर प्रोडक्‍ट्स लिमिटेड अब तेजी की राह पर है। कंपनी पोर्टेबल जनरेटर्स, वाटर पम्‍पिंग सेट और जनरल परपज इंजिन बनाती है। कंपनी के संयंत्र नोएडा, रुद्रपुर और पांडिचेरी में हैं। कंपनी को होंडा मोटर कंपनी के व्‍यापक अनुभव का लाभ मिल रहा है। होंडा सिएल पावर देश की पहली ऐसी कंपनी है जिसने सुपर सायलेंट की स्‍टार्ट जनरेटर और पोर्टेबल कैरोसिन जनरेटर के साथ एलपीजी आधारित जनरेटर लांच किया। पोर्टेबल जनरेटर्स में यह बाजार की अगुआ कंपनी है। कंपनी के देश भर में आठ सौ से ज्‍यादा डीलर और 15 एरिया कार्यालय हैं। कंपनी ने अब अपना ध्‍यान उन क्षेत्रों के संस्‍थागत और घरेलू ग्राहकों की ओर बढ़ाया है जहां बिजली की भारी कमी है। कंपनी को उम्‍मीद है कि देश के अनेक भागों में बढ़ रही बिजली की कमी उसके विकास में मदद करेगी। वित्‍त वर्ष 2007/08 में कंपनी की बिक्री 265 करोड़ रूपए और शुद्ध लाभ 23 करोड़ रूपए रहने का अनुमान है। कंपनी की 10.14 करोड़ रूपए की इक्विटी पर प्रति शेयर आय यानी ईपीएस 23 रुपए के करीब रहने की संभावना है। 31 मार्च 2007 को पूरे हुए वित्‍त वर्ष में कंपनी

क्‍वॉलिटी डेयरी में कमाई

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क्‍वॉलिटी डेयरी में आज ऊपरी सर्किट देखा जा रहा है और सुबह 25 रुपए में खुला शेयर इस समय 26.75 रुपए है। ऑपरेटरों का कहना है कि क्‍वॉलिटी डेयरी के अगले नतीजे बेहतर आएंगे और इसका दाम 35 रुपए प्रति शेयर तक जा सकता है। कंपनी की पूंजी 18.20 करोड़ रूपए है। कंपनी ने 31 मार्च 2007 को समाप्‍त तिमाही में 47.20 करोड़ रुपए की बिक्री पर 1.97 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया। वर्ष 2006/07 में कंपनी ने 133.13 करोड़ रूपए की बिक्री पर 3.70 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया। प्रति शेयर आय यानी ईपीएस 2.03 रुपए रही। कंपनी के शेयर होल्डिंग पैटर्न को देखें तो आम जनता के पास केवल 16.16 फीसदी शेयर हैं, जबकि प्रमोटरों के पास 83.84 फीसदी शेयर हैं। इस कंपनी के पिछले हर तिमाही और सालाना नतीजों को देखें तो हर बार बेहतर प्रदर्शन दिखाई देता है।

आप कुछ नहीं खोएंगे यदि धैर्य है तो

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बुरे समय में धैर्य से बेहतर कोई हथियार नहीं। भारतीय शेयर बाजार में आज आई गिरावट कोई अनोखी बात नहीं है, यह तो होना ही था। हमने इस ब्‍लॉग पर पहले कहा था कि शेयर बाजार 12 से 18 जुलाई के बीच गिरेगा और इस दौरान इंट्रा डे गिरावट आई और सुधार भी। 18 जुलाई को शेयर बाजार तकरीबन 130 अंक तक गिरा भी लेकिन आखिरी 30 मिनट में पूरा बाजार सुधर गया। शेयर बाजार में गिरावट के लिए उस समय भरपूर तैयारी थी लेकिन ऑपरेटरों की बात लीक हो जाने से यह कार्य उस समय नहीं हो सका जो आज हुआ। समूची दुनिया के शेयर बाजारों में आज गिरावट है लेकिन इस समय धैर्य की जरुरत है क्‍योंकि बड़े ऑपरेटर और संस्‍थागत निवेशक तो यही चाहते हैं कि आम निवेशक के बेहतर स्‍टॉक औने पौने में उन्‍हें मिल जाए और बाद में तेजी के समय वे इन्‍हें फिर से खरीदे। हमने समय समय पर चेताया भी था कि मुनाफा वूसली करते रहें और आपने यदि ऐसा किया है तो फिर चिंता न कर, उस पैसे से बेहतर कंपनियों के स्‍टॉक खरीदें। हमारा स्‍लोगन ही है संकट में सबसे बड़ा साथी पैसा होता है। यह गिरावट उन निवेशकों के लिए खरीद का एक बेहतर मौका है जिन्‍होंने हमारी सलाह के मुताबिक समय समय पर